श्री सिरोडीया पार्श्वनाथ
श्वेत, धवल 36×32" की कलात्मक परिकर से युक्त वात्सल्य से भरपूर गोडी पार्श्वनाथ नाम से भी प्रसिद्ध शिरोडीया पार्श्वनाथ प्रभु का भव्य जिनालय सिरोही जिले के रेवदर तहसील में स्थित है। यह तीर्थ पावापुरी जीवदया मैत्रीधाम और भेरुतारक धाम के बीच में शिरोडी नामक गांव में है जो मेन रोड से लगभग 500 - 700 मीटर अंदर है।
त्रिलोकी नाथ पार्श्व प्रभु के इस जिनालय के बारे में 15 वीं शताब्दी से लेकर 18 वीं शताब्दी तक रचित अनेक ग्रंथों में शिरोडीया पार्श्वनाथ का उल्लेख आता है। यह तीर्थ वैसे तो ज्यादा लोकप्रिय तीर्थों में शामिल नहीं है लेकिन 108 पार्श्वनाथ जिनालयों की यात्रा करने वाले श्रद्धालु यहां प्रभु चरणों में नमन करने आते रहते हैं। पार्श्व प्रभु की प्रतिमा लगभग दो हजार वर्ष पुरानी बताई जाती है। संवत् 1500 के आसपास इस तीर्थ का जिर्णोंद्धार होने के संकेत मिलते हैं। संवत् 2018 में आचार्य प्रेमसूरिश्वरजी के सानिध्य में तीर्थ का प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया था।
पार्श्वनाथ प्रभु की प्रतिमा मनमोहक मधुर मुस्कान से भरपुर दर्शन मात्र से मन को आनंदित कर देती है। श्रद्धालु जनों से मिली जानकारी के अनुसार प्रभु दिन में तीन बार अलग अलग रुप में दर्शन देते हैं। जिनालय में पीछे के हिस्से में हिंकार पार्श्वनाथ एवं उंकार पार्श्वनाथ की भव्य प्रतिमाए भी प्रतिष्ठित है। प्रतिमाओं के पीछे पार्श्वनाथ यंत्र दर्शनीय हैं। सुंदर कलात्मक रुप से प्रभु के दस भवों का चित्रण मनमोहक है। भव्य जिनालय में अद्भुत शांति का अनुभव होता हैं।
▪यहां पर भोजनशाला एवं धर्मशाला की सुंदर व्यवस्था है। व्यवस्था का संचालन श्री पार्श्वनाथ जैन ट्रस्ट सिरोडी द्वारा किया जा रहा है।
☎02975 256700
यह मंदिर 108 पार्श्वनाथ मंदिरों में से एक सुंदर मंदिर है। प्रभु प्रतिमा अत्यंत आकर्षक है। धर्मशाला अच्छी है। जब भी आप जीरावला पावापुरी की यात्रा करें अवश्य ही दर्शन लाभ लेवें । यहां से किमी. 16 के फासले पर ग्राम मीरपुर में हमीरपुरा पार्श्वनाथ प्रभु का जिनालय है। जीरावला 33 किमी. सिरोही 28 किमी. तथा पावापुरी से 6 किमी. की दूरी है।
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM, Evening: 5:30 PM - 8:30 PM,
Sirodi village is located in Reodar Tehsil of Sirohi district. It is 28km from Reodar and 30km from Sirohi.
Train: Abu Road Railway Station
Air: Udaipur Airport