Ganini Aryika Vishuddhmati Mata Ji

Profile

Name Ganini Aryika Vishuddhmati Mata Ji
Date of Birth 31/Jan/1949
Brhamcharya Vrat (Date, place and name of guru)
01-Jan-1963 / /
Aryika Diksha (Date, place and name of guru)
07-Mar-1969 / Sammed Shikhar Ji / Acharya Shri Nirmal Sagar Ji
Awards/Titles विदुषी गणिनी पद-कैलाश नगर दिल्ली संवत २०२६; गणिनी पद-सांगोद कोटा संवत २०२८-आचार्य श्री १०८ विमल सागर जी (भिंड ); सम्यग्ज्ञान शिरोमणि-एटा उ.प्र. सन १९८२;

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About Ganini Aryika Vishuddhmati Mata Ji


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आचार्य श्री निर्मल सागर जी के गुरु आचार्य श्री १०८ विमल सागर जी (भिंड )ने आपकी तीक्ष्ण बुद्धि को देखकर संवत २०२८ को आपको गणिनी पद से सुशोभित किया तथा शुभाशीष दिया कि आपके द्वारा धर्म का प्रसारण आगमानुसार हो।गणिनी पद से सुशोभित होकर आपने कई भव्य जीवों को आर्यिका दीक्षा प्रदान की ।आर्यिका में सबसे प्रथम दीक्षा देने का सौभाग्य भी आपको प्राप्त हुआ। अर्थ का अनर्थ करने वाली आगम विरुद्ध फ्लू की बीमारी को आपने प्रवचन में आगम प्रमाण रूपी दवाई देकर उसे दूर किया ।आपके गुण से प्रभावित होकर समय समय पर आपको कई उपाधियाँ प्रदान की गयी ।

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माँ विशुद्ध ज्योति रथ प्रवर्तन 
राजस्थान दिल्ली उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में

अत्यंत हर्ष का विषय है इस युग की सर्वाधिक दीक्षा प्रदात्री गुरु माँ गणिनी आर्यिका 105 श्री विशुद्धमति माताजी का स्वार्णिम दीक्षा वर्ष चल रहा है इस हेतु अनेक आयोजन सम्पूर्ण भारत वर्ष मे हो रहे है । स्वार्णिम दीक्षा महोसव का आयोजन 7, 8, और 9 मार्च 2019 को कोटा की धरा पर सम्पन्न होगा । उसी कड़ी मे विशुद्ध ज्योति रथ प्रवर्तन सम्पूर्ण भारत भ्रमण कर रहा है जो गणधर के बारे में बताना और गुरु माँ की साधना का गुणानुवाद जन जन तक पहुचे का काम कर रहा है ।